
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी ने राज्य की गर्भवती महिलाओं और नवजात बच्चों की बेहतर देखभाल के लिए उत्तराखंड सौभाग्यवती योजना की शुरुआत की है। राज्य सरकार द्वारा सौभाग्यवती योजना का संचालन दो चरणों में किया जाएगा। पहले चरण में गर्भवती महिलाओं को ध्यान में रखा जाएगा और दूसरे चरण में नवजात शिशुओं पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
इस योजना के अंतर्गत उत्तराखंड राज्य की सभी गर्भवती महिलाओं और बच्चों को योजना के अंतर्गत रोजमर्रा में इस्तेमाल होने वाली जरुरी चीजों के साथ साथ खाद्य सामग्री भी प्रदान की जायेगी। योजना के अंतर्गत 2 किट तैयार किये जायेंगे जिसमें एक किट गर्भवती महिला के लिए होगी और दूसरी किट नवजात शिशु की देखभाल के लिए होगी। महिला के लिए तैयार किये गए किट में मौसम अनुसार कपड़े, तेल, साबुन, नेल कटर, बेड शीट, सेनेटरी नैपकिन और ड्राई फ्रूट्स जैसे बादाम गिरी/सूखी खुबानी/अखरोट आदि जैसी बहुत सी और चीजें शामिल है।
उत्तराखंड सौभाग्यवती योजना के तहत जो दूसरी किट शिशुओं के लिए तैयार की गई है उसमें मौसम के अनुसार सूती या गर्म कपड़े, बेबी तौलिया, डायपर, तेल, बेबी साबुन, पाउडर, रबर शीट, सूती बैग, बेबी ब्लैंकेट आदि जैसी बहुत सी चीजें शामिल है।
उत्तराखंड में शिशु मृत्यु दर कम करने तथा गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाओ की अच्छी देखरेख के लिए उत्तराखंड सरकार ने उत्तराखंड सौभाग्यवती योजना के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं के लिए रोजमर्रा में इस्तेमाल होने वाली चीजों के अलावा पोषण प्रदान करने वाले खाद्य पदार्थ की किट तैयार की है, जिसमें महिलाओं और बच्चों दोनों के लिए ही दो अलग किट प्रदान की जायेंगी। उत्तराखंड सौभाग्यवती योजना के अंतर्गत केवल उत्तराखंड की स्थाई निवासी महिलाएं ही आवेदन की पात्र होंगी।
सरकार ने इस योजना की घोषणा कर दी है लेकिन अभी तक इसे लागू नहीं किया गया है। सरकार का कहना है की बहुत जल्द प्रदेश में इस योजना की शुरुआत की जायेगी। हालांकि सरकार की तरफ से आवेदन प्रक्रिया और पात्रता मानदंडों को लेकर अभी तक कोई दिशा निर्देशों से संबंधित अधिसूचना जारी नहीं की गई है। उत्तराखंड सौभाग्यवती योजना के आरम्भ के बाद उत्तराखंड की महिलाएं इस योजना में ऑनलाइन आवेदन कर सकती हैं।
जैसा की हम सभी जानते है की गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाओं को अत्यधिक देखरेख, स्वच्छता और पौष्टिक आहारों की आवश्यकता होती है। क्योकि गर्भावस्था में महिलाओं की इम्युनिटी काफी वीक होती है जिससे उन्हें कई तरह की बीमारियों से ग्रसित होने का खतरा बना रहता है। इस समय उन्हें अच्छी देखभाल की जरुरत होती है। साथ ही नए जन्मे बच्चे को अत्यधिक साफ़ सफाई में रखना होता है अन्यथा उन्हें कई प्रकार के इन्फेक्शन्स होने का खतरा रहता है।
उत्तराखंड सौभाग्यवती योजना के माध्यम से सरकार का उद्देश्य गर्भावस्था के दौरान महिलाओ को अच्छी देखभाल के साथ साथ आवश्यक पोषक तत्व और दैनिक जीवन में इस्तेमाल होने वाली चीजें प्रदान करके उन्हें गर्भावस्था के दौरान होने वाली बीमारियों से बचाना है।
देश की महिलाओ को गर्भावस्था के दौरान पोषण और अच्छी देखभाल प्रदान करने के लिए उत्तराखंड सरकार ने उत्तराखंड सौभाग्यवती योजना के तहत एक जरुरी सामग्री वाली किट तैयार की है। इस किट में महिलाओं के लिए मौसम के अनुसार कपड़े, ड्राई फ्रूट्स, तौलिया, बेड शीट, सैनिटरी नैपकिन, नेल कटर, हैण्डवाश लिक्विड, नहाने और कपड़े धोने के साबुन आदि जैसी रोजमर्रा में इस्तेमाल होने वाली चीजें शामिल है।
भारत में अक्सर ऐसा देखा गया है की बेहतर देखभाल और पोषण की कमी के कारण नवजात बच्चों को कुपोषण का शिकार होना पड़ता है। जिसके कारण कई नवजात बच्चों की मृत्यु भी हो जाती है। उत्तराखंड सरकार[1] ने राज्य में शिशु मृत्यु दर को घटाने और नवजात बच्चों की अच्छी देखरेख के लिए उनके लिए भी एक किट प्रदान कर रही है जिसमे मौसम के अनुसार सूती या गर्म कपड़े, डाइपर, तेल, बेबी तौलिया, बेबी साबुन, रबर शीट, पाउडर, सूती बैग, बेबी ब्लैंकेट आदि चीजें शामिल है।
गर्भवती महिलाओ के लिए किट में दिए गए सामान की सूची
नवजात बच्चों के किट में दिए गए सामान की सूची
उत्तराखंड सरकार की तरफ से अभी सिर्फ इस योजना के शुरुआत की घोषणा की गई है। इस योजना को लागू होने में अभी समय लगेगा। इसीलिए सरकार की तरफ से आवेदन की प्रक्रिया और आवश्यक पात्रता मानदंडों से संबंधित किसी भी प्रकार की कोई भी दिशा निर्देश जारी नहीं किये गए है। उत्तराखंड सौभाग्यवती योजना में आवेदन करने के लिए राज्य के निवासियों को अभी प्रतीक्षा करनी होगी। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी का कहना है की जल्द ही इस योजना की शुरुआत की जायेगी।
देश में महिला सशक्तिकरण और बाल विकास को हमेशा राष्ट्र की जिम्मेदारी माना गया है। इसी को ध्यान में रखते हुए, उत्तराखंड सरकार ने उत्तराखंड सौभाग्यवती योजना की शुरुआत की है। योजना के माध्यम से सरकार का एकमात्र उद्देश्य देश के गरीब परिवार से आने वाली गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं को अच्छी देखभाल प्रदान करना है। गरीब महिलाएं गर्भावस्था के दौरान अपना और अपने नवजात का अच्छी तरह से देखभाल नहीं कर पाती हैं। उन्हें रोजमर्रा की जरुरी चीजें और अपने लिए जरुरी पोषक तत्व प्रदान करने वाली चीजें भी नहीं ले पाती। इन्हीं समस्याओं को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने सौभाग्यवती योजना के तहत गर्भवती महिलाओ और शिशुओं के लिए एक किट तैयार की है। इस किट में महिला और नवजात दोनों के लिए ही कपड़ा , तेल, साबुन जैसी रोजमर्रा में काम आने वाली चीजें और पोषण के लिए ड्राई फ्रूट्स जैसी चीजें शामिल होंगी।
आत्मनिर्भर सेना में हम महिला सशक्तिकरण और बाल विकास को अहमियत देते है। हम भारत सरकार द्वारा महिलाओ और बच्चों के लिए शुरू की गई इस योजना का समर्थन करते है। सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना में हम सरकार के साथ हाथ मिलाकर चलने और उत्तराखंड सौभाग्यवती योजना के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार हैं।