
उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या हैं और साथ ही प्रदेश में आर्थिक विकास के रास्ते में एक बड़ी बाधा भी है। केवल उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि भारत के और भी कई राज्य है जहां बेरोजगारी की समस्या बहुत अधिक है। दुर्भाग्य से, बेरोजगारी की समस्या अभी तक हल नहीं की जा सकी है। जिसके कारण भारत में हर महीने दस लाख बेरोजगार नौकरी चाहने वालों में से कई व्यक्ति युवा हैं। उत्तर प्रदेश राज्य की बेरोजगारी को ख़त्म करने के लिए ही उत्तर प्रदेश सरकार ने UP Mukhymantri Internship Yojna की शुरुआत की है। उत्तर प्रदेश इंटर्नशिप योजना (Uttar Pradesh Internship Scheme) के तहत पहले चरण में लगभग 35 हजार युवाओं को निजी संस्थानों में इंटर्न के रूप में काम सीखने का मौका मिलेगा। काम सीखने के दौरान इंटर्न्स को 2500 रुपये महीने stipends के रूप में दिए जायँगे। इसके बाद निजी संस्थानों में इंटर्न को नौकरी मिले इसके लिए भी सरकार प्रयास करेगी।
यूपी मुख्यमंत्री इंटर्नशिप योजना के तहत प्रदेश सरकार ने 5 लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान करने की योजना बनाई है। योजना के तहत पहले चरण में सम्बंधित विभाग द्वारा 61 करोड़ रूपये की सहायता का प्रवधान रखा गया है और साथ ही इंटर्नशिप में 35 हजार युवाओ को प्रशिक्षण प्रदान करने की बात कही गयी है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने 2020-21 का आम बजट पेश कर दिया था। वैसे तो इस बजट में बहुत सी खास बातें उल्लेखित की गई थी लेकिन उनमें से एक है जो खासकर युवाओं के लिए है जो अपनी शिक्षा पूर्ण करने के बाद रोजगार की तलाश में है उनके लिए बनाई गई है उस योजना का नाम है मुख्यमंत्री इंटर्नशिप प्रोत्साहन योजना 2020 ( Uttar Pradesh Internship Scheme 2020)। इस योजना के तहत स्नातक कर चुके छात्रों को सरकार उच्च संस्थाओं और उद्योगों में इंटर्नशिप करने का अवसर दिलाएगी तथा उन्हें मासिक वेतन रूप में 2500 रूपए भी दिए जायंगे।
सरकार उत्तर प्रदेश इंटर्नशिप योजना में लगभग 65 करोड़ खर्च करने की योजना बना रही है। युवाओं को प्रशिक्षण देकर उनके कौशल को निखारना तथा उन्हें प्रशिक्षित करके रोजगार के नए अवसर उपलब्ध करना योगी सरकार की एक सराहनीय पहल है। इस योजना के अंतर्गत संस्थाए युवाओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार पाने में सक्षम बनायेगी साथ ही रोजगार के क्षेत्र में युवाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित करेगी। सरकार की इस सराहनीय पहल से ना केवल प्रदेश से बेरोजगारी की समस्या समाप्त होगी बल्कि उत्तम प्रशिक्षण पाकर देश के युवाओं को आत्मनिर्भर बनने का मौका भी मिलेगा।
इस योजना में पंजीकरण की प्रक्रिया ऑनलाइन रखी गई है जिससे उत्तरप्रदेश की शिक्षा विभाग द्वारा संचालित किया जाएगा। इस योजना में कितना खर्च आयेगा इसकी सभी जानकारी सरकार ने शिक्षा विभाग को इकठ्ठा करने के लिए आदेश दिए है। उत्तर प्रदेश इंटर्नशिप योजना के अंतर्गत जितने भी सरकारी उद्योग, सहकारी संस्थाएं तथा अन्य लिमिटेड कंपनी सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है उनके कुल कर्मचारी काम करते हैं उनमें 15% इंटर्नशिप के द्वारा भेजे जायंगे छात्र उन उद्योग तथा संस्थाओं में काम सिखने का अवसर प्राप्त होंगे।
मुख्यमंत्री शिशिक्षु प्रोत्साहन योजना (Uttar Pradesh Internship Scheme) के अंतर्गत पहले चरण में 35 हजार युवाओं को प्राइवेट संस्थानों में काम सीखने का मौका मिलेगा। यहां काम सीखने के बाद सरकार इन शिशिक्षुओं को निजी संस्थानों में नौकरी पाने में उनकी सहायता भी करेगी।
इस राशि में केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों के योगदान होंगे जिसमें 1500 रुपये केंद्र सरकार द्वारा तथा 1000 रुपये राज्य सरकार द्वारा प्रदान किए जायंगे। इंटर्नशिप की अवधि पूरी होने के बाद सरकार सभी उत्तीर्ण लाभार्थिओं को रोजगार पाने में उनकी सहायता करेगी। यूपी मुख्यमंत्री शिशिक्षु प्रशिक्षण योजना में लड़कियों को प्रोत्साहन देने के लिए योजना के अंतर्गत 20 प्रतिशत की भर्ती दी जा रही है। योजना के माध्यम से करीब 5 लाख से भी अधिक लोगों को काम का प्रशिक्षण तथा रोजगार प्राप्त होंगे।
इस योजना में सरकारी संस्थानों के साथ साथ प्राइवेट संस्थान भी अपने यहां इंटर्नशिप कर रहे युवाओं को भी इस योजना के तहत लाभ दिला सकते है। ये संस्थान इंटर्नशिप के दौरान युवाओं को काम का प्रशिक्षण देंगे साथ ही उन्हें मासिक भत्ता के रूप में 2500 रूपए भी दिए जायंगे। इससे युवाओं को प्रशिक्षण के साथ-साथ आर्थिक लाभ भी प्राप्त होंगे।
उत्तरप्रदेश मुख्यमंत्री इंटर्नशिप योजना में आवेदन करने के लिए आपके पास इन दस्तावेजों का होना आवश्यक है :
योजना के तहत छात्रों को निम्नलिखित 5 वर्गों में बाटा गया है:
इन वर्गों के लिए केंद्र सरकार के पोर्टल पर निजी संस्थान अपने यहां युवाओं को अप्रेन्टिसशिप पर रखने की जानकारी देते है।
इस योजना की सारी व्यवस्थाएं राज्य सरकार द्वारा ही की जाएंगी। जिसमे सरकार द्वारा यह सुनिश्चित किया जाएगा युवाओं को इंटर्नशिप में काम सिखाने के साथ साथ रोजगार भी उपलब्ध हो सके। सरकार द्वारा यह प्रयास किये जायंगे की योजना के तहत युवाओं को अच्छे संस्थानों में काम मिले या फिर उन्हीं संस्थानों में जहां से उन्होंने अपनी इंटर्नशिप पूरी की है। उत्तरप्रदेश इंटर्नशिप योजना के तहत पहले विभिन्न संस्थानों को सरकार एक कॉमन प्लेटफार्म तैयार करके उसके जरिए इन संस्थानों को औद्योगिक क्षेत्र से जोड़ेगी। इस कॉमन प्लेटफार्म पर विभिन्न कंपनियां अपनी प्लेसमेंट के लिए आएँगी। हालांकि सरकार ही यह तय करेगी कि इंटर्नशिप में शामिल युवाओं को पूर्ण रूप से रोजगार मिले। इसके लिए सरकार नए प्लेसमेंट सैल भी खोलेगी।
उत्तर प्रदेश इंटर्नशिप योजना, उत्तरप्रदेश में बेरोजगारी की समस्या को जड़ से ख़त्म करने में एक शानदार भूमिका निभाएंगी। युवाओं के लिए इंटर्नशिप कार्यक्रमों को प्रोत्साहित करके, हम आगे एक प्रगतिशील राज्य और राष्ट्र बनाने का लक्ष्य करते हैं।