
साल 2020 में 74वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य अभियान की घोषणा की थी। इस योजना के अंतर्गत देश के हर नागरिक की हेल्थ आईडी बनाई जाएगी। इस हेल्थ आईडी में उस नागरिक के स्वास्थ्य संबंधित संपूर्ण जानकारी दर्ज की जायेगी। देश के प्रत्येक व्यक्ति के स्वास्थ्य की जानकारी संकलित करने के लिए एक ऐप या वेबसाइट के जरिए डॉक्टर अकाउंट बनाया जाएगा। इस एप में दर्ज किये गए रिकार्ड्स को केवल उन्हीं व्यक्तियों तक सीमित रखा जाएगा। प्रधानमंत्री डिजिटल स्वास्थ्य अभियान के अंतर्गत जब कोई व्यक्ति स्वयं अपनी मर्जी से अपने रिकॉर्ड को साझा करने की अनुमति देगा, तभी कोई अन्य डॉक्टर उस व्यक्ति की हेल्थ आईडी पर दर्ज सभी जानकारी देख पायंगे।
राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य अभियान में संकलित रिकार्ड्स की गोपनीयता को बनाए रखने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को एक यूनिक आईडी दी जायेगी ।जिसे केवल और आपके डॉक्टर देख पाएंगे। इस यूनिक आईडी नंबर में आपके स्वास्थ्य से संबंधित सभी जानकारियां दर्ज की जायेंगी। यह योजना मुख्यतः 5 स्तम्भों पर आधारित हैं। जिनमें सबसे पहले हेल्थ आईडी, दूसरे नंबर पर पेशेंट हेल्थ रिकॉर्ड, तीसरे नंबर पर है डिजी डॉक्टर, चौथे नंबर पर इलेक्ट्रॉनिक मेडिकल रिकॉर्ड वेब ऐप और पांचवे नंबर पर है हेल्थ फैसिलिटी रजिस्ट्री। कुछ समय बाद इसमें, यह योजना ई-फार्मेसी और टेलीमेडिसिन सेवाओं को भी कवर करेगी। इसके लिए दिशा-निर्देश बनाए जा रहे हैं।
इस मिशन की शुरुआत भारत के सभी नागरिकों की स्वास्थ्य सेवा में समृद्धि लाने तथा प्रत्येक नागरिक तक चिकित्सा की सुविधाओं को मुहैया कराने के लिए की गई है। राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य अभियान में देश के हर नागरिक की स्वास्थ्य की रिपोर्ट ऑनलाइन एक डेटा के रूप में संकलित की जाएगी। साथ ही प्रत्येक व्यक्ति को विशेष स्वास्थ्य आईडी कार्ड प्रदान किया जाएगा। इस आईडी में उस व्यक्ति का नाम, पता, बीमारी, दवा, और उसकी वर्त्तमान चिकित्सा विवरण एवं डॉक्टर से जुड़ी सभी जानकारी उपलब्ध होगी। आईडी कार्ड पर दी गई आईडी को अपने कंप्यूटर पर दर्ज करके डॉक्टर मरीज की पिछली मेडिकल हिस्ट्री जान पाएंगे।
वर्ष, 2018 में राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन को नीति आयोग द्वारा प्रस्तावित किया गया था। इस योजना का मुख्य उद्देश्य है की देश के हर व्यक्ति की स्वास्थ्य संबंधित सभी जानकारी एक जगह पर संकलित की जायेगी, जिससे देशपर में चिकित्सकों को उन मरीजों का इलाज करने में आसानी रहेगी। इस मिशन के अंतर्गत देश के निवासियों को एक हेल्थ आईडी कार्ड दिया जाएगा। यह कार्ड एक हेल्थ अकाउंट की तरह कार्य करेगा। इसमें व्यक्ति के स्वास्थ्य से जुड़ी सारी जानकारी शामिल होगी।
प्रधानमंत्री मोदी हेल्थ आईडी कार्ड 2021 का पूरे देश में विस्तार किया जाएगा। सबसे पहले इस हेल्थ आईडी में दी गई सभी मरीजों की जानकारियों को निजी क्लिनिक तथा सभी अस्पतालों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। जिससे देश भर के कोई भी डॉक्टर आपकी हेल्थ आईडी को एक्सेस करके आपकी स्वास्थ्य संबंधित सभी जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकेंगे। इसके बाद मरीजों का हेल्थ डाटा देश भर के मेडिकल स्टोर तथा सभी इंश्योरेंस कंपनियों के साथ भी साझा किये जायंगे। लेकिन देश भर के अस्पतालों, मेडिकल स्टोर तथा इंश्योरेंस कंपनियों के साथ साथ आपका डाटा साझा करने के बाद भी इसकी गोपनीयता का विशेष ध्यान रखा जाएगा।
योजना का उद्देश्य एक डिजिटल स्वास्थ्य प्रणाली का निर्माण करना तथा देश भर के मरीजों की स्वास्थ्य की जानकारी और प्रशिक्षित डॉक्टरों को एक मंच पर लाना है। देश में चिकित्सा क्षेत्र की व्यवस्था को सुधारकर डिजिटल इंडिया की अवधारणा को बढ़ाना है। इस मिशन के माध्यम से सरकार का लक्ष्य एक ऐसे प्लेटफॉर्म का निर्माण करना है जहां डॉक्टरों और मरीजों के बीच की दुरी को कम करके देश के दूरदराज इलाकों के वासियों के लिए चिकित्सा की प्रक्रिया को सुलभ बनाना है। सरकार की तरफ से इस मिशन को पूरा करने तथा देश की चिकित्सा व्यवस्था की गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं।
मिशन के तहत हेल्थ आईडी कार्ड में व्यक्ति का पूरा मेडिकल रेकॉर्ड स्टोर किया जाएगा। ऐसे में कई व्यक्तियों को अपने रिकार्ड्स की गोपनीयता को लेकर चिंता हो सकती है, लेकिन मरीजों को अपने रिकॉर्ड की गोपनीयता को लेकर चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है। क्योंकि केंद्र सरकार आपके डाटा की गोपनीयता को लेकर पूरी तरह से सतर्कहै। रिकार्ड्स की गोपनीयता को बनाए रखने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को एक यूनिक आईडी दी जायेगी ।जिसे केवल और आपके डॉक्टर देख पाएंगे।
सबसे पहले आपको राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य अभियान[1] की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
अब योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर क्लिक करें।
राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य अभियान से जुड़ने के लिए आपको इन दस्तावेजों की आवश्यकता होगी।
अपनी हेल्थ आईडी बनाने हॉस्पिटल में संपर्क करें। पब्लिक हॉस्पिटल, कम्युनिटी हेल्थ सेंटर, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर या वैसा हेल्थकेयर प्रोवाइडर जो नेशनल हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर रजिस्ट्री से जुड़ा हो, वह किसी भी व्यक्ति की हेल्थ आईडी बना सकता है। इसके अलावा आप स्वयं भी राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य अभियान की आधिकारिक वेबसाइट- healthid.ndhm.gov.in/register पर जाकर अपना रिकॉर्ड्स रजिस्टर कर के खुद अपनी हेल्थ आईडी बना सकते हैं।
हेल्थ आईडी की रजिस्ट्रेशन से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए [email protected] और यदि इस योजना से संबंधित आपका कोई प्रश्न है तो आप [email protected] पर अपना प्रश्न मेल करें। या फिर
इस टोल फ्री नंबर- 1800-11-4477 / 14477 पर संपर्क करें।
राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य अभियान (National Digital Health Mission) ने चिकित्सा तथा स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक नई पहल शुरू की है। इस मिशन का उद्देश्य एक कुशल, सुविधाजनक, आसान, सुरक्षित और समय की बचत करने वाली चिकित्सा प्रणाली का निर्माण करना है।
सरकार की तरफ से यह देश के हर व्यक्ति का पर्सनल मेडिकल रिकॉर्ड और जांच केंद्र तथा देश भर के प्रशिक्षित डॉक्टर को एक ही डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाने का एक सफल प्रयास है। सरकार की इस पहल से गाँव तथा पिछड़े इलाकों में रहने वाले लोगों को चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जा सकेंगी। इस डिजिटल आईडी कार्ड में आपका हर टेस्ट, बीमारी, दवा, और रिपोर्ट्स का विवरण दिया जाएगा।
आत्मनिर्भर सेना में, हम केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई इस प्रभावी तथा उन्नति-आधारित स्वास्थ्य मिशन का समर्थन करते है, साथ ही हमारा संगठन देशवासिओं के बीच इस नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए निरंतर काम कर रहा है।
हमारा मानना हैं कि इस राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य अभियान के उचित क्रियान्वयन से स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण परिणाम प्राप्त होंगे, और आने वाले समय में निश्चित रूप से परिवर्तन देखने को मिलेंगे।