
गुजरात सरकार ने 2 जुलाई 2019 को विधानसभा में राज्य सरकार का साल 2019-20 का वार्षिक पूर्ण बजट पेश किया था। इस बजट में उन्होंने राज्य की बेटियों के लिए “गुजरात व्हाली दीकरी योजना” की घोषणा की थी।
इस योजना के माध्यम से सरकार का उद्देश्य राज्य में कन्या भ्रूण हत्या पर रोक लगाकर कन्याओं के जन्म को प्रोत्साहित करना, उन्हें उच्च शिक्षा प्रदान करना तथा उनके विवाह के समय वित्तीय सहायता प्रदान करना हैं।
इस योजना के अंतर्गत सरकार राज्य की सभी कन्याओं को प्रोत्साहन राशि के रूप में 1,10,000 प्रदान करेगी, सरकार द्वारा इस राशि का भुगतान 3 किस्तों में किया जाएगा। जिसके तहत कन्या के प्रथम कक्षा में नामांकन कराने पर 4000 और कक्षा 9वी में नामांकन कराने पर 6000 और कन्या के 18 वर्ष पूरा करने पर उनकी उच्च शिक्षा तथा विवाह के लिए 1,00,000 रूपए प्रदान किये जायंगे।
गुजरात व्हाली दीकरी योजना के अंतर्गत राज्य के हर जाति हर धर्म की कन्या आवेदन कर सकते हैं। हालांकि इस योजना का लाभ एक परिवार की केवल पहली 2 कन्याओं को ही मिल पायेगा। व्हाली दीकरी योजना में आवेदन करने के लिए कन्या के परिवार की वार्षिक आय 2 लाख रूपए से अधिक नहीं होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने राज्य की बेटियों के उत्थान के लिए तथा राज्य में असमान लिंगानुपात को संतुलित करने के लिए ही ‘व्हाली दीकरी’ (प्यारी बिटिया) योजना की शुरुआत की है।
मुख्यमंत्री जी ने राजकोट में इस योजना का शुभारंभ करते हुए कहा कि इस योजना को अमल में लाने के लिए 133 करोड़ रुपए का प्रावधान रखा गया है। सरकार द्वारा अभी केवल इस योजना के शुभारंभ की घोषणा ही की गई है, सरकार का कहना है कि जल्द योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर व्हाली डिक्री योजना के लिए आवेदन फॉर्म आमंत्रित किये जायंगे।
एक आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार गुजरात राज्य में 30% लड़कियां 10वी कक्षा में पहुँचने से पहले ही पढ़ाई छोड़ देती हैं। और 57 प्रतिशत छात्राएं 12वी कक्षा में पहुँचने से पहले ही अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ देती हैं। गुजरात ने राज्य में कन्याओं के उत्थान के लिए तथा उन्ही उच्च शिक्षा प्राप्त करने की और प्रोत्साहित करने के लिए ही व्हाली डिक्री योजना शुरू की है।
प्रदेश में कन्या के जन्म को बढ़ावा देने और उनको उच्च-शिक्षा प्राप्त करने में उनकी सहायता करने के लिए गुजरात सरकार[1] ने गुजरात व्हाली दीकरी योजना शुरू करने की घोषणा की है। इस योजना के तहत सहायता राशि को 3 किस्तों में प्रदान किया जाएगा। प्रोत्साहन राशि का लाभ एक परिवार की केवल दो ही बेटियों को मिलेगा।
व्हाली डिक्री योजना का उद्देश्य कन्या भ्रूण हत्या को रोकना, लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देकर उन्हें उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करना है।
व्हाली डिक्री योजना ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में लागू किये जायंगे। राज्य सरकार इस रणनीति पर काम कर रही है जिससे कन्याओ के जीवन में आने वाली चुनौतियों और कठिनाइयों को हराने में उनकी सहायता की जा सके।
गुजरात व्हाली दीकरी योजना में आवेदन करने के लिए सभी आवेदनकर्ताओं को सरकार द्वारा निर्धारित सभी पात्रता मानदंडों को पूरा करना होगा:
गुजरात सरकार की इस पहल से देश में कन्या भ्रूण हत्या, बाल-विवाह जैसी अपराधों को रोका जा सकेगा और साथ ही योजना के तहत दी जाने वाली राशि से लड़कियों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में सहायता मिलेगी।
इच्छुक उम्मीदवार जो गुजरात व्हाली दीकरी योजना में आवेदन करना चाहते है, वे नीचे दिए गए चरणों का पालन करके योजना में आवेदन कर सकते हैं।
गुजरात सरकार द्वारा राज्य के लिंग अनुपात में सुधार के लिए ही Vahli Dikri Yojna को शुरू किया गया है। सरकार द्वारा शुरू की गई इस सराहनीय पहल को गुजरात व्हाली दीकरी योजना के नाम से शुरू किया गया है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य में कन्या भ्रूण हत्या पर रोक लगाकर लिंग अनुपात को सामान्य बनाना है। योजना के तहत दी जाने वाली राशि से राज्य में रहने वाली महिलाओं को सशक्त बनाया जाएगा साथ ही गरीब परिवारों की बेटियों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
हमारा संगठन आत्मनिर्भर सेना योजना में सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए तैयार है और लाभार्थियों की हर संभव तरीके से अपनी सहायता देने के लिए कमर कस रहे हैं।
हमारा उद्देश्य गुजरात में उत्थान और कन्याओं की बेहतरी के लक्ष्य को उपलब्धियों की स्थिति तक पहुँचाना हैं। आत्मनिर्भर सेना का मानना है कि ‘व्हाली दीकरी’ योजना महिलाओं और बाल कल्याण के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगी।