
गुजरात सरकार ने राज्य के अनुसूचित जाति (SC) के लोगों को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए मानव गरिमा योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत सरकार अनुसूचित जाति (SC) के लोगों के लिए स्वयं का व्यवसाय स्थापित करने के लिए 4000 रूपए तक के उपकरण प्रदान करेगी। सरकार द्वारा ये उपकरण उन लोगों को दिए जायेंगे, जो नियमित रूप से सब्जी विक्रेताओं, बढ़ईगीरी और बागवानी जैसे व्यवसाय से जुड़े हुए हैं। योजना के अंतर्गत गुजरात राज्य के सभी महिलाएं तथा युवा उद्यमी ऑनलाइन आवेदन पत्र डाउनलोड करके आवेदन कर सकते हैं।
मानव गरिमा योजना में सभी महिलाएं तथा युवा उद्यमी योजना का लाभ उठाकर स्वयं का कोई व्यवसाय स्थापित कर सकते हैं। योजना में दी गई राशि का लाभ उठाकर महिलाएं सिलाई कढ़ाई आदि के उपकरण खरीदकर घर बैठे स्वयं का कोई भी व्यवसाय शुरू कर सकती हैं।
मानव गरिमा योजना में केवल वही व्यक्ति आवेदन कर सकेंगे जो अनुसूचित जाति के हैं और गरीबी रेखा के नीचे आते है। योजना में आवेदन करने के लिए सरकार की तरफ से पात्रता के तौर पर आवेदनकर्ता के परिवार की वार्षिक आय भी निर्धारित की गई है,जिसमें ग्रामीण क्षेत्र के आवेदनकर्ताओं की वार्षिक पारिवारिक आय 47,000 रुपये और शहरी क्षेत्रों के लिए 60,000 रुपये की वार्षिक आय निर्धारित की गई है।
गुजरात मानव गरिमा योजना की शुरुआत गुजरात सरकार द्वारा की गई है। इस योजना के तहत सरकार जनजातीय मामलों के मंत्रालय की मदद से अनुसूचित जाति के लोगों को स्वरोजगार स्थापना के लिए वित्तीय लाभ प्रदान करना चाहती है।
राज्य सरकार की इस पहल से युवाओं को स्वरोजगार स्थापना के लिए प्रोत्साहन मिलेगा। योजना के अंतर्गत राज्य सरकार उद्यमियों को व्यवसाय स्थापना के लिए अतिरिक्त उपकरण प्रदान करेगी, जिससे वे स्वयं का कोई भी व्यवसाय शुरू कर सकेंगे। इससे राज्य में बेरोजगारी दर घटेगी और रोजगार की स्थिति में सुधार होगा।
मानव गरिमा योजना हेतु गुजरात सरकार जल्द ही योजना की आधिकारिक वेबसाइट: https://sje.gujarat.gov.in/ के माध्यम से आवेदनों को आमंत्रित करेगी। सरकार की तरफ से अभी सिर्फ इस योजना के शुरुआत की घोषणा की गई है। इस योजना को लागू होने में अभी समय लगेगा। आवेदन करने के लिए राज्य के निवासियों को अभी प्रतीक्षा करनी होगी। हालांकि सरकार का कहना है की जल्द ही इस योजना की शुरुआत की जायेगी।
गुजरात सरकार अनुसूचित जाति (SC) के लोगों को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए भारत सरकार के जनजातीय मामलों के मंत्रालय की मदद से इस योजना की शुरुआत करेगी।
योजना के माध्यम से सरकार का उद्देश्य पिछड़े वर्ग के लोगो को स्वरोजगार स्थापित कर उनकी आर्थिक परिस्थिति को बेहतर बनाना है। इस योजना के अंतर्गत सरकार अनुसूचित जाति के गरीब परिवार के लोगो को स्वरोजगार स्थापना के लिए 4000 रूपए के टूल मुहैया कराएगी।
सरकार द्वारा मुहैया कराए गए इन उपकरणों के माध्यम से उद्यमी स्वयं का कोई भी व्यवसाय स्थापित कर सकते हैं। इस योजना का मुख्य उद्देश्य प्रदेश के बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करना है। सरकार की इस पहल से युवाओं में आत्मनिर्भरता की अवधारणा बढ़ेगी और वे स्वयं को आय सर्जन की गतिविधियों से जोड़कर अपने आर्थिक स्थिति को बेहतर बना सकेंगे।
इसके अलावा स्वरोजगार स्थापना से राज्य में नए रोजगार के अवसर खुलेंगे और राज्य में बेरोजगारी की दर को घटाया जा सकेगा। मानव गरिमा योजना के माध्यम से प्रदेश में नए स्टार्टअप्स की संख्या बढ़ेगी।
मानव गरिमा योजना में आवेदन करने के लिए लाभार्थियों को सरकार द्वारा निर्धारित सभी पात्रता मानदंडों को पूरा करना होगा। योजना में आवेदन के लिए पात्रता निम्न प्रकार से हैं:
गुजरात राज्य के सभी इच्छुक उम्मीदवार जो अनुसूचित जाति से संबंध रखते है वे नीचे दिए गए चरणों का पालन करके योजना में आवेदन कर सकते है:
मानव गरिमा योजना गुजरात सरकार द्वारा की गई एक सराहनीय पहल है। हमारा संगठन आत्मनिर्भर सेना जरुरतमंदो की सहायता करने के लिए हमेशा तैयार है। हम गुजरात सरकार द्वारा अनुसूचित जाति के लोगों के लिए शुरू की गई इस योजना का समर्थन करते हैं। हमारा संगठन आत्मनिर्भर सेना युवाओं के बीच सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए लगातार कार्य कर रहा है।
आत्मनिर्भर सेना में हम योजना के संबंध में जागरूकता बढ़ाकर युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित करते हैं। गुजरात राज्य के सभी बेरोजगार अनुसूचित जाति के युवा ऑनलाइन फॉर्म डाउनलोड करके योजना में आवेदन कर सकते है।